About Me

My photo
संकरी सी गली से लोगों के दिल तक पहुचने का रास्ता है ये...अपने आप के बारे में कहना सबसे मुश्किल काम होता है... ये आप सब पर छोडती हूँ...

Monday, 20 July 2015

सेवइयां पक गयी हैं

सेवइयां खाने का
मन करता है
कब हारे में रखी
हांडी उतरेगी
कब माँ
सेवइयां परोसेगी
घंटे भर से
थाली लिए खड़ी हूँ
पहले धुंआ गहरा था
आँखों में चुभता था
खारा था बहुत
अब हल्का है
झीना है
खुशबू आती है धुंए से
गुर-गुर-गुर की आवाज़ें
आने लगी है माँ
हांडी उतार लो
सेवइयां पक गयी हैं